(चंद्रमा के बारे में 17+ रोचक तथ्य) Chandrama ke baare me rochak tathya
चंद्रमा सदियों से मानवीय जिज्ञासा का केंद्र रहा है, यह न केवल रात के आकाश को रोशन करता है बल्कि पृथ्वी पर जीवन को प्रभावित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, इस लेख में हम चंद्रमा के बारे में 17+ रोचक तथ्यों को जानेंगे.
• चंद्रमा की उत्पत्ति पृथ्वी से टकराने वाले एक बड़े पिंड के टुकड़ों से हुई थी, इस टक्कर के बाद बने मलबे से चंद्रमा का निर्माण हुआ.
• चंद्रमा पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह है, यह पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाता है और हमारी रातों को रोशन करता है, चंद्रमा का आकार पृथ्वी के आकार का लगभग एक चौथाई है.
• चंद्रमा की सतह धूल, चट्टानों और गड्ढों से भरी हुई है, ये गड्ढे उल्कापिंडों के टकराने से बने हैं, चंद्रमा की सतह पर कोई वायुमंडल नहीं है, इसलिए यहां ध्वनि नहीं सुनाई देती है.
• वैज्ञानिकों ने चंद्रमा के ध्रुवीय क्षेत्रों में बर्फ के रूप में पानी की खोज की है, यह पानी भविष्य में चंद्रमा पर मानव बस्तियों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन हो सकता है.
• चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण का लगभग छठा हिस्सा है, इसलिए चंद्रमा पर आप पृथ्वी की तुलना में बहुत हल्का महसूस करेंगे.
• चंद्रमा का कोई वातावरण नहीं है, इसका मतलब है कि चंद्रमा पर कोई हवा नहीं है और तापमान बहुत अधिक या बहुत कम हो सकता है.
• चंद्रमा पर एक दिन पृथ्वी के लगभग 29.5 दिनों के बराबर होता है, इसका मतलब है कि चंद्रमा पर दिन और रात बहुत लंबे होते हैं.
• चंद्रमा पृथ्वी के चारों ओर अंडाकार कक्षा में चक्कर लगाता है, चंद्रमा पृथ्वी से लगभग 384,400 किलोमीटर दूर है.
• चंद्रमा पृथ्वी पर ज्वारभाटा का कारण बनता है, चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी के महासागरों को खींचता है जिसके कारण ज्वारभाटा आता है.
• चंद्रमा की सतह का रंग सफेद, ग्रे और भूरा होता है, यह रंग चंद्रमा पर मौजूद विभिन्न खनिजों के कारण होता है.
• नील आर्मस्ट्रांग चंद्रमा पर पैर रखने वाले पहले व्यक्ति थे, उन्होंने 20 जुलाई, 1969 को अपोलो 11 मिशन के दौरान यह कारनामा किया था.
• जब कोई उल्कापिंड चंद्रमा से टकराता है, तो चंद्रमा कई मिनट तक कंपन करता रहता है, वैज्ञानिकों ने चंद्रमा पर लगे उपकरणों से इस कंपन को मापा है.
• चंद्रमा के गुरुत्वाकर्षण का पृथ्वी पर भूकंपों से कुछ हद तक संबंध हो सकता है, हालांकि यह संबंध अभी पूरी तरह से समझा नहीं गया है.
• चंद्रमा पर ज्वालामुखी विस्फोट के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं, लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि अतीत में चंद्रमा पर ज्वालामुखी विस्फोट हुए होंगे.
• चंद्रमा पर लगातार उल्कापिंड गिरते रहते हैं, इन उल्कापिंडों के टकराने से चंद्रमा की सतह पर गड्ढे बनते हैं.
• जब चंद्रमा पृथ्वी के सबसे नजदीक होता है तो इसे सुपरमून कहा जाता है, सुपरमून के दौरान चंद्रमा सामान्य से थोड़ा बड़ा और चमकीला दिखाई देता है.
• चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण चंद्रमा की पृथ्वी और सूर्य के बीच की स्थिति के कारण होते हैं.
• चंद्रमा पर दूरबीन स्थापित करने से ब्रह्मांड के बारे में अधिक जानने में मदद मिल सकती है, चंद्रमा पर कोई वायुमंडल नहीं है, इसलिए यहां से दूर की आकाशगंगाओं को साफ-साफ देखा जा सकता है.
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