On Page SEO क्या है? On Page SEO कैसे करें

जब भी हम कोई ब्लॉग बनाते हैं तो हमारा उद्देश्य अपने ब्लॉग को सर्च इंजन में टॉप पेज पर रैंक कराना होता है और इसके लिए On Page SEO बहुत जरूरी है, हमें अपने ब्लॉग पोस्ट का On Page SEO अच्छे तरीके से करना होता है, तभी जाकर हमारे ब्लॉग के पहले पेज पर रैंक होने की संभावना रहती है.

On Page SEO 99% हमारे हाथ में होता है, इसलिए जब हम On Page SEO सही तरीके से करते हैं, तो हमारे ब्लॉग की रैंकिंग बेहतर होती है और हमारे ब्लॉग को ज्यादा लोग देखते हैं.

इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि On Page SEO Kya Hai और On Page SEO Kaise kare कृपया आर्टिकल पर अंत तक बने रहें.

On Page SEO के महत्वपूर्ण पहलुओं को विस्तार से समझने के लिए बिना किसी देरी के चलिए शुरू करते हैं इस लेख को और जानते हैं On Page SEO Kya Hai विस्तार से.

TOC

On Page SEO क्या है (What is On Page SEO in Hindi)

हम अपने ब्लॉग या वेबसाइट को Search Engine के पहले पेज पर रैंक कराने के लिए जो कुछ भी कार्य करते हैं उसे ही On Page SEO कहा जाता है.

On Page SEO में कंटेंट, मेटा टैग, कीवर्ड इत्यादि महत्त्वपूर्ण फैक्टर शामिल होते हैं, यह SEO का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.

इसलिए SEO Expert भी ब्लॉगर्स और वेबमास्टर्स को On Page SEO पर अधिक ध्यान देने की सलाह देते हैं, On Page SEO को On Site SEO भी कहा जाता है.

On Page SEO Kaise Kare हिंदी में

चलिए अब जानते हैं On Page SEO Kaise Kare. ऑन-पेज एसईओ के बिना आप एक क्वालिटी कंटेंट को Search Engine में रैंक नहीं करवा सकते हैं.

On Page SEO ऑर्गेनिक ट्रैफिक लाने का सबसे इफेक्टिव तरीका है, हमने आपको आगे स्टेप-बाय-स्टेप On Page SEO की पूरी Checklist बताई है.

हालाँकि, Google के एल्गोरिदम में बदलाव होते रहते हैं, जिसके कारण SEO Techniques में भी बदलाव होते रहते हैं.

इस लेख में हम उन Factors के बारे में बात करेंगे जो Google के सर्च इंजन में लगातार बने रहते हैं, मतलब On Page SEO के वे तरीके और ट्रिक्स जो पहले से ही काम कर रहे हैं और आज भी काम करते हैं.

On Page SEO Kya Hai Or On Page SEO Kaise kare

1. आर्टिकल लिखने से पहले कीवर्ड रिसर्च करें

कीवर्ड रिसर्च हर ब्लॉगर के लिए एक महत्वपूर्ण Step है, क्योंकि सही कीवर्ड से ही कोई ब्लॉग जल्दी रैंक करता है.

आप जिस भी टॉपिक पर आर्टिकल लिख रहे हैं उसके लिए एक ऐसा कीीवर्ड ढूंढना जरूरी है जो अधिक सर्च किया जाता हो और उस पर Competition भी कम हो.

कीवर्ड Short Tale भी होते हैं और Long Tale भी होते हैं और दोनों प्रकार के कीवर्ड सर्च इंजन पर रैंक करते हैं.

यदि आप ब्लॉगिंग के क्षेत्र में नए हैं या आपके पास नया ब्लॉग है तो ब्लॉगिंग में जल्दी सफलता पाने के लिए आपको हमेशा Long Tale और Low Competition कीवर्ड पर ही काम करना चाहिए, चलिए Short Tale और Long Tale कीवर्ड को भी समझ लेते हैं -

• Short Tale Keyword ऐसे keyword होते हैं जिनमें 1 से 3 शब्दों का प्रयोग किया जाता है.

• Long Tale Keyword वे कीवर्ड होते हैं जिसमें 3 से अधिक शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है.


जब हम आर्टिकल लिखते हैं तो उनमें भी दो तरह के कीवर्ड का उपयोग करते हैं, Primary Keyword और Secondary Keyword.

Primary Keyword - जो हमारे आर्टिकल का मुख्य कीवर्ड होता है वह प्राइमरी कीवर्ड कहलाता है, प्राइमरी कीवर्ड को फोकस कीवर्ड भी कहा जाता है.

Primary कीवर्ड पूरे आर्टिकल में हमेशा एक समान होता है, जैसे इस आर्टिकल का Primary कीवर्ड On Page SEO Kaise Kare है, यह एक Long Tale कीवर्ड है.

Secondary Keyword - सेकेंडरी कीवर्ड वे कीवर्ड होते हैं जो कंटेंट के Focus Keyword से संबंधित Keyword होते हैं, सेकेंडरी कीवर्ड को LSI कीवर्ड भी कहा जाता है.

LSI कीवर्ड का इस्तेमाल 500-1000 शब्दों के आर्टिकल में 2 से 3 बार किया जा सकता है, जैसे इस आर्टिकल का Primary कीवर्ड On Page SEO Kaise Kare है तो इससे जुड़े LSI कीवर्ड इस तरह हो सकते हैं -

• Effective On Page SEO Techniques

• Website Optimization Techniques

• SEO Ranking Factors 

• Search Engine Optimization Guide

• Effective SEO Strategies in Hindi

• Meta Tags Optimization in Hindi


2. Quality Content लिखें

कीवर्ड रिसर्च करने के बाद अगला स्टेप आता है Quality Content लिखना. एक क्वालिटी कंटेंट वह होता है जो यूजर की Query का संतोषपूर्ण जवाब दे सके.

एक Quality Content लिखने के लिए आप आर्टिकल को सरल शब्दों में लिखें और कुछ नई और रोचक इनफार्मेशन Add करके आर्टिकल को यूनिक बनाएं, यूनिक आर्टिकल सर्च इंजन में अच्छा Perform करते हैं.

गूगल एक High Quality content, जिस पर यूजर अधिक देर तक रुकते हैं, को प्राथमिकता देता है, हाई क्वालिटी कंटेंट लिखने के लिए आपको कंटेंट रिसर्च में अपना अधिक समय देना चाहिए.

3. Unique Article लिखें

किसी ब्लॉग पोस्ट को Google में बेहतर रैंक करने के लिए यह बहुत जरूरी है कि आपका कंटेंट Unique हो, किसी अन्य Source से कॉपी-पेस्ट ना किया गया हो, आप अपने विचारों और अनुभवों के आधार पर आर्टिकल लिखें.

किसी अन्य वेबसाइट से कॉपी-पेस्ट करके आर्टिकल लिखने से आपके ब्लॉग की रैंकिंग गूगल में कम हो सकती है या गूगल की ओर से Punishment के तौर पर गूगल ऐसी वेबसाइट को हमेशा के लिए ब्लॉक भी कर सकता है.

वैसे आपको गूगल पर बहुत से टूल मिल जाएंगे जो आपको बता देंगे कि आपका आर्टिकल यूनिक है या नहीं, आपको Google पर टाइप करना है - Free Playgiarism Checker, यहां आपको कई फ्री टूल मिल जाएंगे.

हालाँकि, इन Tools पर आँख बंद करके भरोसा नहीं करना चाहिए, लेकिन अगर आपको अपने आर्टिकल में कॉपीराइट का संदेह है तो आप इन Plagiarism Tool का उपयोग कर सकते हैं.

4. Article Length पर ध्यान दें

अपने आर्टिकल को हमेशा 1500 से 2500 शब्दों के बीच रखने की कोशिश करें क्योंकि जिन आर्टिकल की लम्बाई अधिक होती है उनके गूगल में रैंक करने के चांस बढ़ जाते हैं लेकिन आर्टिकल को अनावश्यक रूप से लंबा न बनाएं, टॉपिक के अनुसार ही आर्टिकल की Length रखें.

जब भी आप कोई आर्टिकल लिखें तो पूरी जानकारी देने की कोशिश करें और अधिक से अधिक Topic Cover करें, ऐसा करने से आपके पास लिखने के लिए बहुत कुछ होगा.

5. Title को Optimize करें

टाइटल On Page SEO के लिए एक महत्वपूर्ण फैक्टर है, टाइटल यूजर को सर्च इंजन रिजल्ट्स पेज पर दिखाई देता है और CTR को बढ़ाता है, यदि आप ब्लॉग टाइटल को ऑप्टिमाइज़ करने में गलती करते हैं तो पहले पेज पर रैंक करने के बाद भी आपके आर्टिकल को क्लिक नहीं मिलेंगे.

आप टाइटल में फोकस कीवर्ड का उपयोग कर सकते हैं और कोशिस करें कि कीवर्ड को आर्टिकल के शुरुवात में लिखें, आपको टाइटल को अधिकतम 20 से 30 शब्दों या इससे कम में लिखना चाहिए, ताकि यह सर्च इंजन रिजल्ट्स पेज पर पूरी तरह से दिख सके और लोग क्लिक करें.

6. हैडिंग टैग का इस्तेमाल करें

एक ब्लॉग पोस्ट में विभिन्न विषयों को Separate करने के लिए हेडिंग टैग का इस्तेमाल करते हैं. हैडिंग टैग SEO में बहुत महत्वपूर्ण होते हैं, ये HTML एलिमेंट्स होते हैं, जिनसे सर्च इंजन क्रॉलर ब्लॉग पोस्ट के विभिन्न हेडिंग को पहचान कर वेब पेज को क्रॉल करता है.

यदि आप हेडिंग में H1, H2, H3 इत्यादि टैग का उपयोग नहीं करते हैं और इसकी जगह पर सिर्फ हेडिंग की फॉर्मेटिंग करते हैं, तो यूजर तो आसानी से पढ़ लेगा कि आपके ब्लॉग पोस्ट की मुख्य हेडिंग क्या है और अन्य हेडिंग क्या हैं लेकिन क्रॉलर यह नहीं समझ पाएंगे कि आपका वेबपेज कहां से शुरू है, कौन से पैराग्राफ हैं और कौन से हैडिंग हैं.

इसका नतीजा यह होगा कि क्रॉलर पूरे ब्लॉग पोस्ट को एक पैराग्राफ के रूप में क्रॉल कर लेगा, जिससे आपके कीवर्ड पर वेबपेज रैंक नहीं कर पाएगा, इसीलिए हैडिंग टैग क्रॉलर्स के लिए समझना बहुत महत्वपूर्ण हैं.

एक ब्लॉग पोस्ट में मुख्य रूप से 6 प्रकार की हेडिंग का उपयोग किया जाता है, ये हैडिंग H1 से H6 तक होती हैं, H1 का महत्व सबसे अधिक होता है, इसके बाद H2 का तथा इसी प्रकार यह क्रम घटते जाता है और H6 का महत्व सबसे कम होता है.

7. Meta Description का प्रयोग करें

Meta Description पूरे ब्लॉग पोस्ट की एक Summary होती है, जो सर्च इंजन और यूजर्स को आपके ब्लॉग पोस्ट की संक्षेप इनफार्मेशन प्रदान करता है, यह (SERP) में Show होता है, आप 3 - 4 कीवर्ड को मिलाकर भी मेटा डिस्क्रिप्शन लिख सकते हैं.

आपको यहां एक बात का भी ध्यान रखना होगा कि अधिकतम 150 शब्दों का ही डिस्क्रिप्शन लिखें क्योंकि SERP में लगभग 150 शब्दों का ही डिस्क्रिप्शन दिखाई देता है. शीर्षक की ही भांति, आप डिस्क्रिप्शन की शुरुआत में फोकस कीवर्ड लिख सकते हैं.

वैसे यह जरुरी नहीं होता है कि आपके द्वारा लिखा गया मेटा डिस्क्रिप्शन ही SERP पर दिखाया जाएगा, गूगल आपके आर्टिकल में से यूजर की क्वेरी के Relevant डिस्क्रिप्शन SERP पर दिखा सकता है.

8. SEO Friendly URL बनाएं

SEO Friendly URL एक ऐसा URL होता है जो सर्च इंजन और यूजर दोनों के Point of View से कस्टमाइज रहता है, इस URL को Permalink भी कहा जाता है, ब्लॉग पोस्ट का URL ऐसा होना चाहिए जिसे देख कर यूजर और क्रॉलर समझ जाएं कि ब्लॉग पोस्ट किस बारे में लिखा गया है.

SEO फ्रेंडली URL बनाने के कुछ Tips इस प्रकार हैं -

• फोकस कीवर्ड का इस्तेमाल करें.

• URL में Special Character (#,$,&,% आदि) का प्रयोग न करें.

• दो शब्दों को Separate करने के लिए (-) चिन्ह का इस्तेमाल करें.

• URL को छोटा रखने का प्रयास करें.

• URL को English या Hinglish में ही लिखें.

• URL में अंग्रेजी के छोटे शब्दों का उपयोग करें.


9. इमेज SEO करें

अपने ब्लॉग पोस्ट में कम से कम एक इमेज का उपयोग अवश्य करें और इमेज Seo करना भी जरूरी है, क्योंकि बहुत सारे यूजर इंटरनेट पर इमेज देखना पसंद करते हैं.

यदि आपने इमेज का SEO किया है, तो आपके ब्लॉग की इमेज SERP के इमेज सेक्शन में टॉप पर दिखाई दे सकती है, जिससे यूजर इमेज पर Click करके आपके ब्लॉग तक पहुँच सकते हैं, Image SEO करने के लिए आप निम्न बातों का ध्यान रख सकते हैं -

• आपको हमेशा कॉपीराइट फ्री इमेज का इस्तेमाल करना चाहिए, इंटरनेट पर ऐसी कई वेबसाइट हैं जो बिल्कुल फ्री में कॉपीराइट इमेज उपलब्ध कराती हैं, जैसे Freepik, Pixabay, Unsplash, Pexels आदि.

• इमेज का नाम Change करें और इमेज नाम में अपने कीवर्ड का उपयोग करें.

• इमेज में Alt Text का उपयोग करें, Alt Text में इमेज के Relevant टेक्स्ट का उपयोग करें.

10. Internal Link करें

इंटरनल लिंकिंग को इनबाउंड लिंक भी कहा जाता है, और यह SEO में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, सही इंटरनल लिंकिंग स्ट्रैटेजी के साथ, आप यूजर्स को अपनी वेबसाइट पर अधिक समय बिताने के लिए प्रेरित कर सकते हैं.

इससे आपकी वेबसाइट का Bounce Rate मेन्टेन होता है, पेज व्यू बढ़ता है और internal Linking के जरिए लिंक जूूस भी पास होता है और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि इससे आप अपने ब्लॉग की अथॉरिटी बढ़ा सकते हैं.

11. External Link करें

ऑन-पेज एसईओ में एक्सटर्नल लिंकिंग का मतलब है कि आप अपने ब्लॉग पोस्ट में किसी अन्य वेबसाइट का Link शामिल कर रहे हैं.

जैसा कि आपने कई ब्लॉग्स में देखा होगा कि आर्टिकल में लिखा होता है विकिपीडिया के अनुसार, तो इसकी पुष्टि के लिए विकिपीडिया के संबंधित पोस्ट का लिंक भी दिया गया होता है.

एक्सटेनल लिंक का सही ढंग से उपयोग करने से यूजर को अधिक पहचान और जानकारी प्रदान करने में मदद मिलती है, एक्सटर्नल लिंक्स का बेहतर उपयोग करने के लिए निम्नलिखित Tips हैं -

• Affiliate Link और सभी Paid Link (यानि जिस लिंक को देने के बदले आपने पैसे लिए) को Sponsor करें. इससे आपकी ब्लॉग पोस्ट में विश्वसनीयता बनी रहेगी और यूजर्स को लगेगा कि आप उनके लिए सही और निष्पक्ष जानकारी प्रदान कर रहे हैं.

• Untrusted वेबसाइट के लिंक को No follow करें, ऐसा करके आप Google को बताते हैं कि आप उस लिंक को इग्नोर करना चाहते हैं, जिससे आपकी साइट स्पैम से सुरक्षित रहती है.

• Spamy वेबसाइट को लिंक ना करें, ऐसी वेबसाइटों से जुड़े लिंक आपकी सर्च इंजन रैंकिंग को नुकसान पहुंचा सकते हैं.

• High Authority वेबसाइटों को ही लिंक करें, इससे आपके वेबसाइट की अथॉरिटी बढ़ती है साथ ही यूजर को अधिक जानकारी भी मिलती है.

इस प्रकार आप एक्सटर्नल लिंक्स का सही उपयोग करके अपनी वेबसाइट की quality में सुधार कर सकते हैं और अपने यूजर को बेहतर जानकारी प्रदान कर सकते हैं.

12. Schema Data का उपयोग करें

Schema Markup या Structured Data ब्लॉग या वेबपेज का एक माइक्रो डेटा होता है और यह एक ऐसी Language होती है जिसे सर्च इंजन क्रॉलर समझ सकते हैं.

Schema Markup का इस्तेमाल करके आप अपने वेबपेज की जानकारी को सर्च इंजन क्रॉलर्स के लिए स्पष्ट और सुविधाजनक बना सकते हैं.

स्कीमा डेटा का उपयोग करने से आपके ब्लॉग या वेबपेज के Rich Snippet में प्रदर्शित होने की संभावना बढ़ जाती है, जिससे आपकी जानकारी सर्च इंजन परिणामों में विशेष रूप से प्रदर्शित होती है.

Rich Snippet सर्च इंजन रिजल्ट पेज में एक विशेष स्थान होता है जिसे सर्च इंजन यूनिक ढंग से प्रदर्शित करते हैं, जिससे Click-Through Rate (CTR) बढ़ता है.

13. वेबसाइट को मोबाइल फ्रेंडली बनाएं

आज के समय में लगभग 70 से 80 प्रतिशत यूजर मोबाइल के द्वारा ही इन्टरनेट एक्सेस करते हैं, इसलिए अपने वेबसाइट को मोबाइल फ्रेंडली बनाना बहुत आवश्यक है.

यदि आपकी वेबसाइट मोबाइल फ्रेंडली नहीं होगी तो वेबसाइट मोबाइल में अच्छा Perform नहीं कर पाएगी और सर्च इंजन वेबसाइट को अच्छी रैंकिंग नहीं देंगे.

आपकी वेबसाइट मोबाइल फ्रेंडली है या नहीं इसके लिए आप गूगल के Mobile Testing Tool का इस्तेमाल कर सकते हैं.

आपकी वेबसाइट WordPress पर है तो आप वेबसाइट को मोबाइल फ्रेंडली बनाने के लिए GeneratePress, Astra या Divi जैसी लाइटवेट और Responsive थीम का इस्तेमाल कर सकते हैं.

अगर आपकी वेबसाइट Blogger.com पर है तो आप मोबाइल फ्रेंडली थीम का इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर Google AMP के जरिए भी वेबसाइट को मोबाइल फ्रेंडली बना सकते हैं.

14. वेबसाइट को फ़ास्ट लोडिंग बनाएं

वेबसाइट को मोबाइल फ्रेंडली बनाने के साथ - साथ लोडिंग स्पीड को Improve करना भी जरुरी होता है, क्योंकि यह न केवल User Experience को बेहतर बनाता है, बल्कि सर्च इंजन रैंकिंग के लिए भी आवश्यक है.

वेबसाइट की लोडिंग स्पीड को बेहतर बनाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण Step इस प्रकार हैं -

• तेज सर्वर का इस्तेमाल करें.

• कैशिंग प्लगइन्स का उपयोग करें.

• CSS और JavaScript को मिनिमाइज़ करें.

• images का आकार कम रखें.

• Content Delivery Network (CDN) का इस्तेमाल करें.


15. Indexing Issue को फिक्स करें

किसी वेबपेज को गूगल में रैंक करवाने के लिए उसका इंडेक्स होना जरूरी है, बिना Indexing के कोई भी वेबपेज गूगल में रैंक नहीं कर सकता है यदि आपका वेबपेज गूगल में इंडेक्स नहीं हो रहा है तो निम्न Steps को फॉलो करें -

• Robots.txt फ़ाइल की जाँच करें.

• साइट को अन्य सर्च इंजनों में भी सबमिट करें.

• साइट को Update करें.


16. Broken Link को Fix करें

ब्लॉग पर अक्सर विभिन्न कारणों से 
ब्रोकन लिंक बन जाते हैं, जिन्हें जल्द से जल्द फिक्स करना जरूरी होता है, Broken Link न केवल आपके यूजर पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं, बल्कि वे आपके ब्लॉग की रैंकिंग को भी प्रभावित करते हैं.

आप ऑनलाइन Broken Link Checker टूल का उपयोग करके ब्रोकन लिंक्स का पता लगा सकते हैं और उन्हें Fix कर सकते हैं.

17. नियमित रूप से नए ब्लॉग पोस्ट पब्लिश करें

अपने ब्लॉग पर नियमित रूप से नए पोस्ट पब्लिश करते रहें, इससे आपके ब्लॉग पर ट्रैफिक बढ़ेगा और आपके ब्लॉग की रैंकिंग भी बेहतर होगी, Google ऐसे ब्लॉग को भी अच्छी Ranking देता है जो नियमित रूप से ब्लॉग पोस्ट पब्लिश करते हैं.

ब्लॉग पोस्ट को सदैव एक शेड्यूल में पब्लिश करें, यदि आप हर सप्ताह 2 ब्लॉग पोस्ट पब्लिश करते हैं तो इसे निरंतर रखें और पोस्ट पब्लिश करने का दिन और समय भी Fix रखें, इससे आपकी साइट को रैंकिंग में काफी फायदा मिलेगा.

18. पुराने पोस्ट को अपडेट करें

ब्लॉग में नए पोस्ट पब्लिश करने के साथ-साथ पुराने पोस्ट को भी अपडेट करते रहें, पुराने पोस्ट को अपडेट करने से आपके कोई भी पोस्ट Outdated नहीं होते हैं और आपके ब्लॉग का हर एक पोस्ट Fresh रहता है.

जब आप ब्लॉग पोस्ट को अपडेट करें तो कुछ नयी और अपडेटेड इनफार्मेशन पोस्ट में जरुर Add करें. आप पोस्ट को Update करके नयी Date पर पब्लिश कर सकते हैं.

इस लेख में आपने जाना : On Page SEO Kaise Kare

आज के इस लेख में हमने जाना कि On Page SEO Kya Hai और On Page SEO Kaise Kare. यदि आप लेख में बताई गयी सभी बातों को ध्यान में रखकर अपने ब्लॉग का On Page SEO करेंगे तो आपका ब्लॉग बहुत कम समय में ही Google पर रैंक करेगा.

उम्मीद है आपको On Page SEO Kaise Kare से संबंधित यह जानकारी पसंद आई होगी. कृप्या इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर भी शेयर करें.

Comments

Popular post

गुरुत्वाकर्षण क्या है और गुरुत्वाकर्षण कैसे काम करता है

पर्वत किसे कहते हैं तथा यह कितने प्रकार के होते हैं?

प्रकाश का परावर्तन क्या है इसके नियम और प्रकार

इंद्रधनुष क्या है और इन्द्रधनुष कैसे बनता है

(चंद्रमा के बारे में 17+ रोचक तथ्य) Chandrama ke baare me rochak tathya