Google Sandbox Kya Hai और सैंडबॉक्स इफ़ेक्ट का कारण क्या है
ब्लॉगर अक्सर इस सवाल से जूझते हैं कि क्या Google सैंडबॉक्स का वास्तव मे कोई अस्तित्व है यदि हां तो कैसे जाना जाए कि वेबसाइट सैंडबॉक्स में है या नहीं. अगर आप एक नए ब्लॉगर हैं तो आपको Google Sandbox से संबंधित जानकारी जरूर लेनी चाहिए.
आज के इस आर्टिकल के माध्यम से आप जानेंगे Google Sandbox Kya Hai कैसे पता करें कि आपकी वेबसाइट सैंडबॉक्स में है या नहीं और अगर है तो Google Sandbox से बाहर कैसे निकलें.
Google Sandbox क्या है
जब भी कोई नई वेबसाइट लॉन्च होती है तो गूगल उस वेबसाइट को तुरंत रैंकिंग नहीं देता है क्योंकि Google नई वेबसाइट पर भरोसा नहीं करता है, इसलिए गूगल एक निश्चित समय अवधि के लिए वेबसाइट को सर्च इंजन पर नहीं दिखाता है.
यह समयावधि कुछ महीनों से लेकर 1 वर्ष या उससे अधिक तक की हो सकती है. नई वेबसाइट को तुरंत गूगल सर्च इंजन पर रैंक न करने को ही गूगल Google Sandbox Effect कहा जाता है.
Google Sandbox Effect का कारण
वर्तमान में इंटरनेट पर बहुत सारी वेबसाइटें और ढेर सारा कंटेंट है, जिनकी संख्या अरबों में है और इन सभी वेबसाइटों का डेटा गूगल के डेटाबेस में स्टोर है.
Google सर्च इंजन रिजल्ट पेज के पहले पेज पर सिर्फ 10 वेबसाइट ही दिखा सकता है और जो वेबसाइट पहले पेज पर रैंक कर रही होती हैं वह अधिकृत वेबसाइट होती हैं, उनके कंटेंट की भी authority होती है और गूगल इन पुरानी वेबसाइटों पर भरोसा भी करता है.
जब कोई नई वेबसाइट लॉन्च होती है तो उस वेबसाइट और उसमें उपलब्ध कंटेंट की कोई authority नहीं होती है, चाहे उसमें कंटेंट कितना भी Powerful क्यों न हो.
इसके साथ ही Google नई वेबसाइट पर तत्काल भरोसा नहीं कर पाता है क्योंकि Google को नहीं पता कि यह वेबसाइट भविष्य में कैसे काम करेगी या काम करेगी भी कि नहीं.
यही कारण है कि गूगल पुरानी वेबसाइट को अधिक प्राथमिकता देता है और उनके कंटेंट को ही रैंक करवाता है. लेकिन जो नई वेबसाइट होती हैं गूगल उन्हें भी वक्त-वक्त पर मौका देता है और धीरे-धीरे नई वेबसाइट को भी रैंक करवाता है या कहें तो वेबसाइट की टेस्टिंग करता है.
यदि उपयोगकर्ता वेबसाइट की सामग्री को पसंद करते हैं तो Google उस वेबसाइट की रैंकिंग को बनाए रखता है अन्यथा Google वेबसाइट की रैंकिंग को फिर से डाउनग्रेड कर देता है.
अगर आप अपनी वेबसाइट पर सही दिशा में काम करते हैं तो वेबसाइट गूगल की नजरों में विश्वसनीय हो जाती है. वेबसाइट के सभी कीवर्ड धीरे-धीरे रैंक करने लगते हैं और वेबसाइट की रैंकिंग में सुधार देखने को मिलता है.
Google सैंडबॉक्स की शुरुवात
वर्ष 2004 में, जब कई SEO विशेषज्ञों ने महसूस किया कि उनकी नई वेबसाइट Powerful कंटेंट होने के बावजूद Google में रैंक करने में काफी समय ले रही है तो Google सैंडबॉक्स की अवधारणा सामने आई.
SEO विशेषज्ञों ने जाना कि Google एक नई वेबसाइट पर भरोसा करने में समय ले रहा है तथा कुछ समय के लिए सैंडबॉक्स में रखकर वेबसाइट में होने वाली गतिविधियों की जांच कर रहा है.
उम्मीद है अब आप अच्छे से समझ गए होंगे कि Google Sandbox kya Hai, अब हम जानेंगे कि कैसे पता करें कि वेबसाइट सैंडबॉक्स में है या नहीं.
कैसे पता करें कि वेबसाइट सैंडबॉक्स में है या नहीं
दरअसल, काफी शोध के बाद SEO विशेषज्ञों ने इस प्रक्रिया को Google Sandbox का नाम दिया है. हालाँकि Google ने कभी भी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की है कि उनके पास Sandbox नाम का एल्गोरिदम है भी कि नहीं. इसलिए Google के अलावा कोई और भी इस प्रक्रिया का बेहतर वर्णन नहीं कर सकता है.
लेकिन SEO Expert की मानें तो वेबसाइट के Sandbox में रहने के दौरान निम्न Effect देखने को मिल सकते हैं :-
1- नई वेबसाइट पर बिल्कुल भी ऑर्गेनिक ट्रैफिक का न आना
2- Low कंपटीशन वाले कीवर्ड का भी सर्च इंजन में रैंक नहीं कर पाना.
3- किसी कीवर्ड पर अचानक High ट्रैफिक आना और फिर कुछ समय बाद ट्रैफिक बिल्कुल भी न आना.
4- अच्छे से SEO करने के बाद भी वेबसाइट का रैंक न होना.
5- आर्टिकल के टाइटल में मौजूद कीवर्ड्स को सर्च करने के बाद भी आर्टिकल का गूगल पर रैंक ना करना.
Google Sandbox से बाहर कैसे निकलें
गूगल सैंडबॉक्स से बाहर निकलने का वैसे तो कोई निश्चित समय नहीं है, लेकिन आप नीचे दी गई कुछ बातों का पालन करके गूगल सैंडबॉक्स से बाहर निकल सकते हैं.
• वेबसाइट पर Quality कंटेंट publish करें.
• Unique article ही लिखें.
• Article को कहीं से कॉपी/पेस्ट ना करें.
• वेबसाइट का On Page SEO सही रखें.
• Off पेज SEO पर भी ध्यान दें.
• Low Competition कीवर्ड का प्रयोग करें.
• नियमित रूप से पोस्ट publish करते रहें.
• Google Eat Concept को फॉलो करें
• धैर्य बनाए रखें.
FAQ for Google Sandbox in Hindi
प्रश्न :- गूगल सैंडबॉक्स इफ़ेक्ट क्या है?
उत्तर :- एक निश्चित समय अंतराल के लिए किसी नई वेबसाइट पर कोई Organic Traffic नहीं आना Google Sandbox Effect कहलाता है.
प्रश्न :- गूगल सैंडबॉक्स में कोई वेबसाइट कितने समय तक रहती है?
उत्तर :- इसके लिए कोई निश्चित समय अंतराल नहीं है. एक वेबसाइट 3 महीने में भी सैंडबॉक्स से बाहर निकल सकती है, कभी-कभी सैंडबॉक्स से बाहर निकलने में 1 साल तक का समय भी लग सकता है.
अंतिम शब्द: Google Sandbox Kya Hai
इस लेख को पढने के बाद आप लोगों को पता चल गया होगा कि Google Sandbox Kya Hai और साथ में आपको Sandbox से जुड़े अनेक सवालों का जवाब भी मिला होगा.
यदि आप चाहते हैं कि आपकी वेबसाइट जल्द से जल्द गूगल सैंडबॉक्स से बाहर आ जाए तो नियमित रूप से अपने ब्लॉग में Quality Content पब्लिश करते रहें.
आशा है आपको Google Sandbox Kya Hai लेख पसंद आया होगा, लेख को सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें.
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