Internal Linking Kya Hai कैसे करें और इसके क्या क्या फायदे हैं?
जब हम कोई नया ब्लॉग बनाते हैं तो चाहते हैं कि हमारे ब्लॉग को अच्छी रैंकिंग मिले, जिसके लिए Google के 200+ Ranking Factor में से एक इंटरनल लिंकिंग का नॉलेज होना भी जरूरी है, लेकिन नए ब्लॉगर इंटरनल लिंकिंग पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं, जिस वजह से उनका Blog Rank नहीं कर पाता है.
इस ही बात को ध्यान में रखते हुए आज हमने यह आर्टिकल लिखा है जिसमें आपको Internal Linking के बारे में बहुत ही आवश्यक जानकारी मिलने वाली है, इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि Internal Linking क्या है, Internal Linking कैसे करें.
अगर आप नए ब्लॉगर हैं और Internal Link के बारे में नहीं जानते हैं तो इस आर्टिकल में आप SEO की इस तकनीक के बारे में बहुत कुछ जानने वाले हैं, इन सभी बिंदुओं को आप ध्यान से पढ़ें ताकि आप आसानी से समझ सकें कि Internal Link Kya Hai और कैसे करते हैं.
बिना किसी देरी के चलिए शुरू करते हैं इस लेख को और जानते हैं कि Internal Linking Kya Hai और SEO में इसका क्या महत्व है.
इंटरनल लिंकिंग क्या है (What is Internal Linking in Hindi)
जब हम अपने Blog के एक Article में दूसरे Article को लिंक करते हैं तो इसे Internal Linking कहा जाता है, यह On Page SEO का एक महत्वपूर्ण भाग है.
इंटरनल लिंकिंग के जरिए हमारे ब्लॉग के अलग-अलग आर्टिकल एक-दूसरे से जुड़े रहते हैं, जिससे अगर कोई यूजर हमारे किसी Blog Post पर आता है, तो वह वहां से दूसरे लिंक किए गए आर्टिकल तक आसानी से पहुंच सकता है.
किसी ब्लॉग को गूगल में रैंक करने के लिए इंटरनल लिंकिंग भी एक बहुत ही महत्वपूर्ण फैक्टर है, यह बाउंस रेट को मेन्टेन करता है और Link Juice को भी पास करता है अगर आप इंटरनल लिंकिंग ठीक से करते हैं तो आपके ब्लॉग के अन्य कीवर्ड भी सर्च इंजन में रैंक करने लगते हैं.
इंटरनल लिंकिंग कैसे करें (How to Do Internal Linking in Hindi)
इंटरनल लिंकिंग करते समय कई ब्लॉगर कुछ गलतियाँ कर बैठते हैं जिसके कारण उन्हें इसका फायदा नहीं मिल पाता है, अच्छे तरीके से इंटरनल लिंकिंग कैसे करें इसके कुछ टिप्स इस प्रकार हैं.
1 - Relevant Page या Post को लिंक करें
हमेशा Relevant पोस्ट को ही इंटरनल रूप से लिंक करना चाहिए, इससे यूजर द्वारा Internal Link किए गए आर्टिकल को पढ़ने की संभावना ज्यादा रहती है, इसे एक उदाहरण से समझते हैं.
मान लीजिए कि कोई यूजर आपके ब्लॉग पर SEO से संबंधित आर्टिकल पढ़ने के लिए आता है और यदि आप SEO से संबंधित आर्टिकल में किसी Web Development से संबंधित आर्टिकल को Internal रूप से Link करते हैं तो पूरी संभावना है कि वह यूजर SEO से संबंधित आर्टिकल को पढ़ने के बाद वापस चला जाएगा.
वहीं, अगर आप आर्टिकल में SEO से Related इंटरनल लिंकिंग करते हैं तो संभावना बढ़ जाती है कि यूजर उस आर्टिकल को भी पढ़ेगा.
2 - कीवर्ड पर इंटरनल लिंकिंग करें
Internal Link करते समय इस बात का भी ध्यान रखें कि आप अपने दूसरे आर्टिकल के कीवर्ड पर इंटरनल लिंकिंग करें, चलिए इसे भी एक उदाहरण से समझते हैं.
यदि आपने On-page Seo और Off-page Seo दोनों पर आर्टिकल लिखा है और On-page Seo आर्टिकल में Off-page Seo का जिक्र हुआ है तो आपको Off-page Seo से जुड़े कीवर्ड पर इंटरनल लिंकिंग करनी होगी.
3 - Anchor Text से सम्बंधित वेबपेज को लिंक करें
इंटरनल लिंकिंग करते समय हमेशा Anchor Text से संबंधित वेबपेज को ही लिंक करें, जैसे यदि आप Image SEO कैसे करें के आर्टिकल पर इंटरनल लिंक कर रहे हैं तो आपको उसी आर्टिकल को लिंक करना होगा जिसमें Image SEO का जिक्र हो.
ऐसा न करें कि आप किसी ऐसे आर्टिकल को Link कर रहे हैं जिसका Image SEO से दूर-दूर तक कोई संबंध ही नहीं है.
4 - एक ही वेबपेज में ज्यादा इंटरनल लिंक न करें
एक ही Article में बहुत अधिक इंटरनल लिंक का उपयोग न करें क्योंकि इससे यूजर Confuse हो सकते हैं, आप एक सामान्य पोस्ट में 5 से 10 इंटरनल लिंक कर सकते हैं और एक पिलर पोस्ट में 20 से 30 इंटरनल लिंक कर सकते हैं.
5 - अपने महत्वपूर्ण पेज्स को इंटरनल रूप से लिंक करें
जितनी बार संभव हो अपने ब्लॉग लेखों में महत्वपूर्ण वेबपेजों को लिंक करें, क्योंकि इससे भी उन पेजों की रैंकिंग में सुधार होता है.
6 - Dofollw इंटरनल लिंक बनाएं
अपने ब्लॉग Articles में Internal Link बनाएं, इससे Link Juice अन्य वेबपेजों तक पहुंचता है और उनकी रैंकिंग में सुधार होता है.
7 - Broken इंटरनल लिंक्स को हटाएं
कभी-कभी ऐसा भी होता है कि हम किसी ब्लॉग पोस्ट को Delete कर देते हैं या पोस्ट का URL बदल देते हैं, जिससे Broken Link बन जाता है, ऐसे में आपको अपने Post में Broken हुए Internal Link की जांच करनी चाहिए और उन्हें हटा देना चाहिए या उन्हें संबंधित लेख पर रीडायरेक्ट करना चाहिए.
इंटरनल लिंकिंग के फायदे (Advantage of Internal Linking in Hindi)
SEO के नजरिए से इंटरनल लिंकिंग बहुत ही महत्वपूर्ण है, इंटरनल लिंकिंग करने से आपको कई फायदे मिलते हैं, नीचे हमने इंटरनल लिंक के कुछ मुख्य फायदे बताए हैं -
Bounce Rate कम होता है - Internal Link से यूजर्स को अन्य ब्लॉग आर्टिकल तक पहुंचने में मदद मिलती है, जिससे Bounce Rate कम होता है.
Ranking में सुधार - Internal Link के माध्यम से Link Juice Pass होता है, जिससे ब्लॉग की रैंकिंग में सुधार होता है.
Page Views बढ़ते हैं - इंटरनल लिंक के उपयोग से पेज Views बढ़ सकते हैं, क्योंकि यूजर्स अन्य वेबपेज्स पर भी जाने के लिए प्रेरित होते हैं.
Google में फास्ट इंडेक्सिंग - इंटरनल लिंकिंग से आप अपने ब्लॉग आर्टिकल को गूगल में फास्ट इंडेक्स करवा सकते हैं.
On Page SEO में सुधार - इंटरनल लिंकिंग ब्लॉग के On-Page SEO में सुधार करती है.
Organic Traffic को बढ़ावा - इंटरनल लिंक से आप वेबसाइट पर आने वाले यूजर्स को अन्य महत्वपूर्ण आर्टिकल तक पहुंचने में मदद करते हैं, जिससे Organic Traffic बढ़ सकता है.
ब्लॉग में इंटरनल लिंक कैसे करें?
अब तक आपने जाना कि Internal Linking Kya Hai, चलिए अब जानते हैं कि आप अपने ब्लॉग में इंटरनल लिंकिंग कैसे कर सकते हैं.
आपकी वेबसाइट चाहे Blogger.com पर हो या WordPress पर, आप आसानी से इन्टरनल लिंक बना सकते हैं लेकिन अगर आपको इंटरनल लिंकिंग में कोई समस्या आती है तो नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें -
Blogger में Internal Link कैसे करें
• सबसे पहले, उस टेक्स्ट का चयन करें जिसे आप Internal रूप से Link करना चाहते हैं.
• ऊपर बने Link वाले आइकॉन पर क्लिक करें और Selected Text से Related Page को इंटरनल लिंक करें.
• यदि आप चाहते हैं कि लिंक पेज एक नए टैब में खुले, तो पहले बॉक्स को Check करें.
• इसके बाद Apply वाले Option पर क्लिक करें.
• इस तरह आप बड़ी ही आसानी से ब्लॉगर में इंटरनल लिंकिंग कर सकते हैं.
WordPress में Internal Link कैसे करें
• उस टेक्स्ट को Select करें जिसमें आप इंटरनल लिंक करना चाहते हैं.
• लिंक वाले Option पर क्लिक करें.
• आप Direct Link भी दे सकते हैं या टेक्स्ट से Related Post को सर्च करके भी इंटरनल लिंक दे सकते हैं.
FAQ: Internal Linking Kya Hai
प्रश्न - ब्लॉग में अपने ही पोस्ट का लिंक कैसे डालें?
उत्तर - Internal Linking के माध्यम से आप अपने ब्लॉग के एक पोस्ट में दूसरे पोस्ट का लिंक डाल सकते हैं.
प्रश्न - इंटरनल लिंकिंग कैसे काम करती है?
उत्तर - इंटरनल लिंकिंग में आप वेबसाइट के एक पेज से दूसरे पेज को हाइपरलिंक के माध्यम से जोड़ते हैं, जिससे यूजर्स वेबसाइट के अन्य Webpages तक पहुंच सकते हैं.
प्रश्न - इंटरनल लिंक्स ब्लॉग SEO में कैसे मदद करते हैं?
उत्तर - इंटरनल लिंक्स किसी वेबसाइट की संरचना में सुधार करते हैं, यूजर्स को अन्य संबंधित पोस्ट तक पहुंचने में मदद करते हैं और सर्च इंजन्स के लिए वेब साइट को समझना आसान बनाते हैं.
प्रश्न - ब्लॉग पोस्ट में अधिकतम कितने इंटरनल लिंक कर सकते हैं?
उत्तर - आप अपने ब्लॉग पोस्ट के अनुसार इंटरनल लिंक कर सकते हैं, ऐसा कोई नियम नहीं है कि आपको सीमित Internal Link ही करने हैं, कई लोकप्रिय वेबसाइटों के कुछ पेजों में 500 इंटरनल लिंक भी होते हैं.
निष्कर्ष: Internal Linking Kya Hai
इस लेख के माध्यम से आपने जाना कि इंटरनल लिंकिंग क्या होती है और आप अपने ब्लॉग में कैसे इंटरनल लिंक कर सकते हैं, आपको अपने Blog को जल्दी से Grow करवाने के लिए ब्लॉग में Internal Links का सही तरीके से उपयोग करना आना चाहिए.
उम्मीद है आपको Internal Link Kya Hai और Internal Link kaise kare से संबंधित यह जानकारी पसंद आई होगी. कृप्या इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर भी शेयर करें.
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