घिंगारू के फायदे, उपयोग और नुकसान (Ghingaru Fruit)
मध्य हिमालय के हरे-भरे जंगलों में सितंबर-अक्टूबर का मौसम आते ही लाल रंग का एक अनोखा त्योहार शुरू हो जाता है, ऊंची-ऊंची झाड़ियों पर लटकते लाल घिंगारू के फल प्रकृति का अद्भुत नज़ारा होते हैं. घिंगारू (Ghingaru) एक झाड़ीदार पौधा है जिसकी शाखाएं कांटेदार होती हैं, अगस्त और सितंबर में इन शाखाओं पर छोटे-छोटे लाल फल गुच्छों में लगते हैं. इस लेख में हम जानेंगे कि घिंगारू क्या हैै, इसकी विशेषताएं, घिंगारू कहां पाया जाता है, इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व और घिंगारू के फायदे, उपयोग और नुकसान क्या हैं. TOC घिंगारू क्या है (Ghingaru kya hai) घिंघारू 2 से 5 मीटर ऊंची झाड़ी होती है, जो हरे रंग की पत्तियों से ढकी होती है, इसके पत्ते किनारों पर दांतेदार और अंडाकार आकार के होते हैं, इस झाड़ी पर लाल रंग के छोटे-छोटे सेब जैसे आकर्षक फल लगते हैं जिन्हें घिंगारू या छोटा सेव भी कहा जाता है. घिंगारू के लोकप्रिय नाम घिंगारू, जिसे हिमालयन रेड बेरी या फायरथॉर्न के नाम से भी जाना जाता है, वैज्ञानिक भाषा में पायराकैन्था क्रेनुलता कहा जाता है, हिमालय के पहाड़ी क्षेत्रों में इसे घिंघारू या घिंघोरा क...